Hindi Sahitya
हिंदी साहित्य को चार खण्डों में बाँटा गया है, जो इस प्रकार हैं – आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल और आधुनिककाल। भारतेंदु हरिश्चंद्र को आधुनिक हिंदी साहित्य का जनक कहा जाता है। भारतेंदु हरिश्चंद्र जी ने उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध में अलग-अलग विधाओं में लेखन किया। इसीलिए उनके समय को हिंदी का भारतेंदु युग कहा जाता है।
- आदिकाल (वीरगाथा काल) वि. सं. 1050-1375
- भक्तिकाल (पूर्वमध्य काल) वि. सं. 1375-1700
- रीतिकाल (उत्तरमध्य काल) वि. सं. 1700-1900
- आधुनिक काल (गद्य काल) वि. सं. 1900 से अब तक